Smartphone को बचाना है तो कभी न करें ये काम, हर जरूरत के लिए कर रहे Smartphone में Apps को इंस्टॉल ?
Highlights :
- APP अपनी सर्विस के बदले में आपसे बहुत कुछ डिमांड करते हैं.
- जिन APP का ज्यादा इस्तेमाल होता है वे फोन को ज्यादा नुकसान करते हैं.
- इनमें WhatsApp, YouTube और Instagram जैसे APP शामिल हैं.
कैसे करें इन APP से बचाव ?आज लगभग हर कोई स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता हैं. Smartphone हर यूजर की एक बड़ी जरूरत में से एक है, फोन के सभी फीचर्स और उसके लाभ उठाने लिए Mobile Application का इस्तेमाल करते हैं. Banking से लेकर Online Shopping , Dating से लेकर शादी तक के लिए ऐप इस्तेमाल किए जाते हैं. Smartphone को चलाने मे भी खर्च लगता रहेता है चाहे वो Mobile Recharge का हो या Mobile Repairing का.
इलेक्ट्रॉनिक चीजों का कुछ कहे नहीं सकते है ये कभी भी खराब हो सकते है. वैसे बहुत सारे फोन का 1-2 साल मे खराब होने का सब से बाद कारण है फोन को खराब तरीके से इस्तमाल करना. कहेने का मतलब है की बहुत सारे लोग अपने फोन मे सभी Apps चाहे वो काम की हो या नया हो बस तुरंत Download करली ओर इस्तमाल करना शुरू और बाद मे क्या यातों उनका फोन हैंग होने लगता है या फोन की स्टॉरिज थड़े टाइम मे भर जाती है.
कुछ लोग तों देखे बिना Phone मे App Download करके App को बिना देखे सारी Permission दे देते है. ऐप्स की इन्हीं डिमांड्स से आपके फोन की बैटरी से लेकर मेमोरी तक का नुकसान होता है. बाद मे वो Permission का कुछ App गलत इस्तमाल करने लगती है. इसमे फोन मे इस्तमाल की जाने वाली बैंकिंग सर्विस भी खतरे मे पद सकती है. ऐसे में हर किसी के लिए SmartPhone को सहेज कर रखना और भी जरूरी हो जाता है. स्मार्टफोन को बिना किसी परेशानी के लंबा चलाने के लिए App को लेकर कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
चलिए अब आपको ऐप्स की उन डिमांड्स के बारे में बताते हैं, जो हमारे फोन पर असर डालती हैं. आपको जानकार आश्चर्य होगा कि जो ऐप्स आप सबसे ज्यादा यूज करते हैं, वही नुकसान भी ज्यादा करते हैं.
PERMISSION के समय बरतें सावधानी :
आप जब भी कोई ऐप अपने मोबाइल पर इंस्टॉल करते हैं तो उसको यूज करने से पहले वो आपसे कुछ परमिशन मांगता है जैसे कि आपकी लोकेशन एक्सेस , फोन बुक रीडिंग आदि. ये ऐप्स आपसे फोटो गैलरी, वाई-फ़ाई, कैमरा, माइक्रोफोन और फ़ोल्डर का भी एक्सेस मांगते हैं. किसी भी ऐप को फोन में इंस्टॉल करने जा रहे हैं तो डाउनलोड करने के बाद ऐप परमिशन पर ध्यान दें. जरूरत की सर्विस का एक्सेस दें. सोशल मीडिया ऐप्स तो 11 एक्स्ट्रा फीचर की डिमांड करते हैं. इन डिमांड्स में कुछ को तो मना किया जा सकता है, लेकिन ज्यादातर के लिए आपको Permission देनी ही पड़ती है.
खास कर सोशल मीडिया ऐप्स को इंस्टॉल करते समय अधिक सतर्क रहें. ऐप्स को रन करने के लिए जितनी ज्यादा डिमांड्स होंगी उतना ही नेगेटिव असर फोन की बैटरी और परफोर्मेंस पर पड़ता है. इन ऐप्स का एक और नुकसान डेटा का अधिक खपत होना है. ऐप्स बैकग्राउंड में रन करें तो डेटा की भी अधिक खपत होती है. ऐप आपके फोन की स्टोरेज पर भी असर डालते हैं. आम तौर पर आपके फोन में 64 जीबी की स्टोरेज होती है और कई ऐप्स अच्छी खासी स्टोरेज पर कब्जा कर लेते हैं.
क्या असर पड़ता है आपके Smartphone पर ? :
ऐप की जितनी ज्यादा डिमांड्स होगी उनको पूरा करने के लिए आपके फोन को उतनी ही ज्यादा ताकत की जरूरत पड़ेगी, जिससे आपके फोन की बैटरी प्रभावित होगी. इसके अलावा फोन की मेमोरी और ओवरऑल परफ़ॉर्मेंस पर भी इसका असर पड़ता है. बाद मे पूरा फोन Slow Work करने लगता है. ये बात ध्यान रखिए की जिस ऐप्स की डिमांड ज्यादा उस App का आपके फोन पर काफी असर पड़ता है.
Multiple Apps का इस्तेमाल ना करें :
कई बार यूजर के फोन में एक काम के लिए एक से ज्यादा ऐप्स होते हैं. शॉपिंग, होटल बुकिंग, सोशल मीडिया से जुड़े ऐप्स को जरूरत के हिसाब से ही चुनें. मल्टीपल ऐप्स का इस्तेमाल करना फोन को ओवरलोड बनाता है, जिसका असर फोन की स्लो परफोर्मेंस के रूप में नजर आता है. अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव रहते हैं तो ऐप के बजाय ब्राउजर पर ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं.
कैसे करें बचाव ? :
अगर आप चाहते हैं कि इन Apps का प्रभाव आपके फोन पर न पड़े, तो सबसे पहले तो हर ऐप की सभी डिमांड मत पूरी कीजिए. इसके अलावा सोशल मीडिया ऐप्स को भी आपकी लोकेशन की जरूरत नहीं है. सोशल मीडिया ऐप्स आमतौर आपकी लोकेशन को एक्सेस करके उसके हिसाब से आपको कंटेंट परोसते हैं. इसके अलावा आप लोकेशन बंद कर सकते हैं या आपको जरूरी लगता है तो आप While Using App का विकल्प चुन सकते हैं. ऑलवेज ऑन तो भूलकर भी चालू नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से आपकी फोन की बैटरी और डेटा की बचत तो होगी ही, प्राइवेसी भी बनी रहेगी.
मल्टीपल ऐप्स से बचिए :
एक काम के लिए सिर्फ एक ऐप का इस्तेमाल आपको कई झंझटों से मुक्ति दिला सकता है. गौरतलब है कि ऐप्स भले ही अलग-अलग कंपनी के हों, तकरीबन एक सी ही सर्विस और ऑफर मुहैया कराते हैं. सोशल मीडिया के साथ ऐसा नहीं कर सकते, लेकिन होटल बुकिंग के लिए बहुत सारे ऐप्स का भला क्या काम. अपनी जरूरत और पसंद के हिसाब से कोई भी ऐप आपके लिए सही रहेगा.
उन सभी apps को uninstall करें जिनकी आपको जरूरत नहीं :
अधिकांश Android phone में कुछ preinstalled apps रहते हैं. इनमें से कई apps ऐसे होते हैं जिनकी हमें बहुत कम जरूरत पड़ती और कुछ apps ऐसे होते हैं जिनकी कभी हमें जरूरत ही नहीं पड़ती है. Mobile विक्रेता कम्पनी phone में अपने खुद के apps का एक समूह रखती है जिसकी शायद हमें कभी जरूरत ही नहीं पड़ती. आजकल फोन में ऐसी सुविधा होती है कि आप यूज ना होने वाले ऐप को अस्थाई तौर पर डिलीट कर सकते हैं. ऐसा करने से ऐप डिलीट तो हो जाएगा लेकिन उसका डेटा नहीं, मतलब आपको जब जरूरत हो तब इंस्टॉल करके यूज किया जा सकता है. इसके अलावा रोज यूज होने वाले ऐप्स के साथ भी ऐसा किया जा सकता है. ऐप्स आपके फोन की स्टोरेज यूज करते हैं, भले आपने कुछ सेव किया हो या नहीं.
एक्टिविटी ट्रैकिंग बंद करें :
आपने देखा होगा कि जब भी आप किसी ऐप पर कुछ सर्च करते हैं तो उससे जुड़े पॉप अप आपको कई दूसरे ऐप पर भी दिखने लग जाते हैं. इंटरनेट की भाषा में इसको ट्रैकिंग कहा जाता है. आप अपने फोन में इनको बंद कर सकते हैं. एक्टिविटी ट्रैकिंग बंद होने से आपको फालतू के विज्ञापन से तो छुटकारा मिलेगा ही, फोन की बैटरी और ओवरऑल परफ़ॉर्मेंस पर भी असर साफ दिखेगा.
Phone में कुछ apps ऐसे होते हैं जिन्हे आप uninstall नहीं कर सकते, जैसे की आप अपने फ़ोन में कोई और browser use कर रहे हैं और Google chrome को uninstall करना चाह रहे हैं तो आप ऐसा नहीं कर सकते। आप ऐसे apps को disable कर सकते हैं.
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